कार्यक्रम

जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी(JCP) नामांकन रैली"

"जरूरी सूचना"
जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी(JCP) नामांकन रैली"
"जिला :- रईपुर"
"सकलाय के ठउर :- कलेक्टर परिसर तीर(कलेक्टर गार्डन)"
"दिन :- सम्मार(आज)"
"तिथि :- 30/10/23"
"बेरा :- बिहनिया 9 बजे(आज)"

"विषय :- छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना जिला रायपुर के जम्मो पदाधिकारी अउ सेनानी भाई मन ल आज बिहनिया 9 बजे रईपुर कलेक्टर परिसर म सकलाना हे ,हमर छत्तीसगढ़ियावादी पार्टी "जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी" के प्रत्याशी मन के नामांकन रैली निकलही ,बेरा के विशेष ध्यान राखहु आज बिहनिया 9 बजे |

"जोहार छत्तीसगढ़"
"छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना"

माटी हो जाए लहूलुहान। तभो नई जागे छत्तीसगढ़िया स्वाभिमान।।

माटी हो जाए लहूलुहान।
तभो नई जागे छत्तीसगढ़िया स्वाभिमान।।
25 मई बालोद बंद के दौरान छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के प्रदेश अध्यक्ष श्री अमित बघेल जी द्वारा छत्तीसगढ़ी भाषा में जैन मुनियों के संदर्भ में कुछ शब्द प्रयुक्त किए गए जिसे अभद्र टिप्पणी कह कर जैन समाज ने एक आंदोलन का स्वरूप दे दिया। जिसके समर्थन में विभिन्न संगठन, राजनीतिक पार्टियां, स्वयं छत्तीसगढ़ के माननीय मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी आए और अमित बघेल जी को बघेल के नाम पर कलंक भी कह दिया गया। विभिन्न संगठनों ने श्री अमित बघेल जी द्वारा दिए गए बयान की कड़ी निंदा की और उनके गिरफ्तारी की मांग भी कर डाली। शासन प्रशासन ने त्वरित कार्यवाही करते हुए "हसदेव अरण्य बचाओ" आंदोलन की अगुवाई कर रहे अमित बघेल जी को आंदोलन स्थल से ही  30 मई 2022 को रात्रिकालीन बेला में गिरफ्तार किया। उनकी गिरफ्तारी से जैन समाज साथ ही साथ वे समस्त संगठन जो स्वयं को हिंदूवादी संगठन से संबोधित करते हैं वे अति प्रसन्न हुए। प्रसन्न होना भी चाहिए क्योंकि उनकी मांग तुरंत पूरी हो गई। पर इसमें विचार करने योग्य बातें उभर कर आती है। सर्वप्रथम 1 मई 2022 को तुएगोंदी में आदिवासी समाज द्वारा जीव सेवा दी गई, वे शांतिपूर्वक ढंग से अपनी परंपरा का निर्वहन कर रहे थे।इसी दरमियान तथाकथित सनातन धर्म हिंदू धर्म मानने वाले लोग शांत आदिवासियों के ऊपर लाठी-डंडे,  पत्थर और तलवारों से वार कर देते हैं। इस घटना के बाद कोई भी हिंदूवादी व राजनीतिक संगठन जो आदिवासियों को हिन्दू कहते हैं उनके पक्ष में नहीं आते। जो पथराव किए थे उनमें से 4 लोगों की गिरफ्तारी होती है 6 लोग फरार हो जाते हैं अपनी ही भूमि में अपने ही परंपराओं को मानने की इतनी बड़ी सजा मिल गई की आदिवासियों को अपना खून बहाना पड़ जाता है इसी बात के विरोध में 25 मई को बालोद जिला महा बंद का ऐलान सर्व आदिवासी समाज, सर्व छत्तीसगढ़िया समाज और छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना द्वारा किया जाता है। बालोद जिले के समस्त विकासखंड में बंद शांतिपूर्वक रहा किंतु गुंडरदेही में सुनियोजित ढंग से इस महा बंद का विरोध करते हुए छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना एवं सर्व आदिवासी समाज के लोगों पर अपराधिक तत्वों द्वारा हमला कर दिया जाता है जिसमें हमलावर बच जाते हैं और घायल पक्ष के लोग गिरफ्तार कर लिए जाते हैं। महाबंद की सभा बालोद सरदार पटेल स्टेडियम में लगती है जिसमें इस संदर्भ में कि बाहर से आए हुए लोग अपनी संस्कृति अपनी परंपराओं को स्थानी छत्तीसगढ़िया लोगों के ऊपर थोप रहे हैं और उन्हें बाहर की संस्कृति को मानने के लिए विवश किया जा रहा है इसके विरोध में छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के अध्यक्ष श्री अमित बघेल जी अपनी बात रखते हुए कहते हैं कि विभिन्न राज्य के निवासी, विभिन्न संप्रदाय अपनी-अपनी परंपराओं से बंधे हुए हैं। किसी भी समुदाय को दूसरे समुदाय की परंपरा प्रथा के दमन का अधिकार नहीं है जिस प्रकार से जैन मुनि निर्वस्त्र होकर घूमते हैं यह उनकी परंपरा है जिसे वे छोड़ नहीं सकते उसी प्रकार से आदिवासी समाज जीव सेवा अर्थात बलि प्रथा को छोड़ नहीं सकते। यदि आप बलि प्रथा बंद कराना चाहते हैं तो जैन समाज के मुनि वस्त्र पहने, बंगाली समाज माता काली की पूजा में बलि देना बंद करे, सिख समाज कृपाण रखना बंद करे और यही बात एक समाज विशेष को बुरी लग गई, और पूरे जोर-शोर से पूरे राज्य में अमित बघेल जी के विरुद्ध कार्यवाही की मांग उठी। एक छत्तीसगढ़िया ने अपनी परंपराओं को बचाने के लिए आवाज उठाई और इसके विरोध में खड़े हुए लोगों के साथ छत्तीसगढ़िया समाज के लोग भी खड़े हो गए। आदिवासी समाज के ऊपर पथराव हुआ तो छत्तीसगढ़ के पक्ष और विपक्ष में विराजमान कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी मौन रही लेकिन जैसे ही बात जैन समाज पर आई सारी पार्टियों की भावनाएं आहत हो गई। इससे पूर्व विभिन्न राजनीतिक व्यक्तियों द्वारा छत्तीसगढ़ के महान सेनानियों, महान व्यक्तित्व, यहां तक कि छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा का भी अपमान किया गया। छत्तीसगढ़ के पुलिस जवानों का अपमान किया गया। छत्तीसगढ़ के चिन्हारी के रूप में स्थापित विभिन्न स्थलों के नाम बदले गए। भारत का फेफड़ा अर्थात हसदेव अरण्य की कटाई शुरू हुई तब कोई भी पार्टी कोई भी संगठन अपनी आवाज मुखर नहीं कर पाया। पर एक समाज विशेष की बात आने पर यह सारे संगठन खड़े क्यों हो गए? हमें ऐसा लगता है कि जो मानसिक गुलामी छत्तीसगढ़िया समाज में वर्षों से चली आ रही है उसका निदान नहीं हो पाया है। आज भी छत्तीसगढ़िया लोग अपने लोगों के पैर खींचते हैं, उसे किसी उच्च स्थान पर काबिज होते हुए नहीं देख सकते। छत्तीसगढ़िया लोगों को छत्तीसगढ़िया लोगों की तरक्की से परेशानी होती है। एक छत्तीसगढ़िया, छत्तीसगढ़िया के हित की बात करें तो उन्हें उसमें स्वार्थ नजर आता है। इसके ठीक विपरीत व्यापारी लोग मीठी-मीठी बातें करके उनको लूटते हैं, उनकी जमीनों पर कब्जा करते हैं, उनके स्वाभिमान को ठेस पहुंचाते हैं, उनकी संस्कृति को समाप्त करते हैं तब यह छत्तीसगढ़िया समाज चुपचाप मौन सहमति दे देता है। यदि यही स्थिति आगे भी रही तो एक दिन छत्तीसगढ़िया संस्कृति, छत्तीसगढ़िया परंपरा, छत्तीसगढ़ के माटी की महक,  छत्तीसगढ़ महतारी का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा। यदि कोई संगठन निस्वार्थ भाव से छत्तीसगढ़ महतारी की सेवा, छत्तीसगढ़िया बोली भाषा, छत्तीसगढ़ की संस्कृति और परंपरा को संरक्षित करने के लिए आगे आया है तो उसे साथ देना चाहिए। अगर हमने यह मौका खो दिया तो भविष्य में कोई भी शोषित छत्तीसगढ़िया समाज की आवाज उठाने की हिम्मत नहीं करेगा। लोग कहते हैं की अधिकार या स्वतंत्रता अहिंसा से प्राप्त की जा सकती है,  किंतु मैं कहना चाहूंगा की अहिंसा से सिर्फ भीख मिलती है अधिकार नहीं।  अधिकार हमेशा छीना जाता है। अपनी ही जमीन पर हम अपना अधिकार खो चुके हैं। इसलिए एक ऐसा संगठन जो छत्तीसगढ़ियों की आवाज बनने जा रहा है। ऐसा संगठन जो किसी की चाटुकारिता से परे है, जो बेबाक अपनी बात रखता है, जो किसी व्यक्ति या पार्टी विशेष का समर्थन नहीं करता, जो छत्तीसगढ़ की अस्मिता के लिए सहर्ष प्राण न्योछावर करने की ताकत रखता है, उस क्रांतिकारी संगठन का नाम है "छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना"।  आइये ऐसे संगठन का हम साथ दें। छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना का प्रभाव पूरे छत्तीसगढ़ में कितना है? साथ ही शासन-प्रशासन, विभिन्न राजनीतिक पार्टियों में उनका भय किस कदर है, इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है की क्रांति सेना के प्रदेश अध्यक्ष श्री अमित बघेल के लिए छत्तीसगढ़ के इतिहास में पहली बार सुबह 6:00 बजे कोर्ट खुल गया और किसी उग्र आंदोलन की आशंका को देखते हुए कोर्ट की कार्यवाही पूर्ण करते हुए उन्हें जेल भेज दिया गया। ये प्रभाव है संगठन की एकता और उग्रता का। बड़े ही दुख के साथ में यह कहना पड़ रहा है कि राज्यसभा की 2 सीटों पर सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी को एक भी छत्तीसगढ़िया नेता नजर नहीं आया और यूपी बिहार के नेता को यहां की राज्यसभा सीटें दान में दे दी गई। यह एक शर्मनाक घटना के साथ साथ छत्तीसगढ़ वासियो  के सीधेपन पर कुठाराघात है। छत्तीसगढ़ के सर्वांगीण विकास के लिए, छत्तीसगढ़िया समाज के स्वाभिमान के लिए, जल जंगल जमीन की रक्षा के लिये छत्तीसगढ़ की सत्ता शुद्ध छत्तीसगढ़िया के हाथ में होनी चाहिए। राजनीतिक पार्टियां खासकर राष्ट्रीय पार्टियां जो यहां की जनता व पार्टी के कार्यकर्ताओं का दोहन करती है और बदले में कुछ भी नहीं देती इससे अच्छा है कि छत्तीसगढ़ की जनता तीसरे विकल्प की तलाश करें।
          धन्यवाद

           माटीपुत्र "छतीसगढिया"

जरूरी सूचना बालोद चलव बालोद चलव

जरूरी सूचना
जिला :- रईपुर
"बालोद चलव बालोद चलव"
रईपुर जिला के सबो सेनानी मन ल काली 25 तारीख के बिहनिया 5:45 बजे रईपुर महादेवघाट जगा सकलाना हे ,बालोद जाय बर |

संपर्क :-धीरेन्द्र साहू 7999819323

जोहार छत्तीसगढ़
जय छत्तीसगढ़ महतारी
छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना

प्रदेश कार्यालय , छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना

(प्रदेश कार्यालय , छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना)

 जरूरी सूचना 

ठऊर :- चंद्राकर छात्रावास, महादेवघाट रोड, डंगनिया, रायपुर
दिन/बेरा:- 15/5/2022, इतवार
बिहनिया 11 बजे ले

प्रादेशिक बईठका के माई बिंदु :-

1. बूढ़ादेव यात्रा के पहिली चरण के समीक्षा अऊ हिसाब-किताब
2. बालोद डौंडी लोहारा आंदोलन के चरचा
3. बूढ़ादेव यात्रा दूसरईया चरण के तैयारी चरचा
4. हसदेव अरण्य क्षेत्र ल कोयला खदान बर उजाड़े के विरोध बर रणनीतिक चरचा
5. सेनानी मन के द्वारा अथक यात्रा अनुभव के आदान-प्रदान
6. फीड बैक/प्रश्नोत्तरी/खुला मंच छत्तीसगढ़ के कोनो भी गैर राजनैतिक आयोजन के रिकॉर्ड ध्वस्त कर देने वाला "बूढ़ादेव यात्रा" (पहिली चरण) के अपार सफलता बर जम्मो सेनानी भाई-बहिनी अऊ पदाधिकारी मन ल बहुत-बहुत बधाई । सबके अगाध मेहनत ल जोहार । 

संगवारी हो,
थोरकिन सुरताए के बाद अब बेरा आगे कि हमन आयोजन के समीक्षा करीन । एकर ले पहिली हमन अपन-अपन जिला के हिसाब-किताब ल दुरुस्त कर लीन । बहुत अकन जिला मन अर्थ-संग्रह करके अपन खर्चा पूरा करे म सक्षम होईन, बहुत जिला मन उपराहा बरार करे म सफल होईन त कुछ  नवा जिला मन माईनस म घला आगीन हे । इही सब ल मेंटेन करे खातिर जम्मो जिला मन अपन-अपन जिला मुख्यालय म मई के पहला हफ्ता तक जिला बैठक लेके हिसाब ल चंदाबुक ले मिलान करत हुए आय-व्यय तैयार कर लो । जिला स्तर म प्राथमिक समीक्षा हो जाय ओकर बाद 15 मई दिन इतवार के छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना के केन्द्रीय जनरल कांउसिल बैठक रायपुर म संपन्न होही । 
(जनरल काउंसिल मीटिंग म छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना के जम्मो पदाधिकारी अऊ सेनानी मन ल भाग लेना हे । जिलाध्यक्ष मन ल केंद्रीय बैठक के 2 दिन पहिली अपन अपन जिला के बैठक म शामिल होवईया सेनानी मन के स्पष्ट संख्या बताना हे )

# बैठक में अपन संग गमछा, कापी-पेन राखना अनिवार्य हे
# चंदा बुक ल साथ में लेके आना जरुरी हे, चाहे पूरा कटे/आधा कटे/फ्रेश जईसे भी हो बुक मन ल जमा करना हे 

आरो करोईया
प्रदेश महामंत्री
छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना

प्रदेश कार्यालय , छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना जरूरी सूचना

प्रदेश कार्यालय , छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना

 जरूरी सूचना 

ठऊर :- चंद्राकर छात्रावास, महादेवघाट रोड, डंगनिया, रायपुर
दिन/बेरा:- 15/5/2022, इतवार
बिहनिया 11 बजे ले

छत्तीसगढ़ के कोनो भी गैर राजनैतिक आयोजन के रिकॉर्ड ध्वस्त कर देने वाला "बूढ़ादेव यात्रा" (पहिली चरण) के अपार सफलता बर जम्मो सेनानी भाई-बहिनी अऊ पदाधिकारी मन ल बहुत-बहुत बधाई । सबके अगाध मेहनत ल जोहार । 

संगवारी हो,
थोरकिन सुरताए के बाद अब बेरा आगे कि हमन आयोजन के समीक्षा करीन । एकर ले पहिली हमन अपन-अपन जिला के हिसाब-किताब ल दुरुस्त कर लीन । बहुत अकन जिला मन अर्थ-संग्रह करके अपन खर्चा पूरा करे म सक्षम होईन, बहुत जिला मन उपराहा बरार करे म सफल होईन त कुछ  नवा जिला मन माईनस म घला आगीन हे । इही सब ल मेंटेन करे खातिर जम्मो जिला मन अपन-अपन जिला मुख्यालय म मई के पहला हफ्ता तक जिला बैठक लेके हिसाब ल चंदाबुक ले मिलान करत हुए आय-व्यय तैयार कर लो । जिला स्तर म प्राथमिक समीक्षा हो जाय ओकर बाद 15 मई दिन इतवार के छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना के केन्द्रीय जनरल कांउसिल बैठक रायपुर म संपन्न होही । 
(जनरल काउंसिल मीटिंग म छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना के जम्मो पदाधिकारी अऊ सेनानी मन ल भाग लेना हे । जिलाध्यक्ष मन ल केंद्रीय बैठक के 2 दिन पहिली अपन अपन जिला के बैठक म शामिल होवईया सेनानी मन के स्पष्ट संख्या बताना हे )

प्रादेशिक बईठका के माई बिंदु :-

1. बूढ़ादेव यात्रा के पहिली चरण के समीक्षा अऊ हिसाब-किताब
2. बालोद डौंडी लोहारा आंदोलन के चरचा
3. बूढ़ादेव यात्रा दूसरईया चरण के तैयारी चरचा
4. हसदेव अरण्य क्षेत्र ल कोयला खदान बर उजाड़े के विरोध बर रणनीतिक चरचा
5. सेनानी मन के द्वारा अथक यात्रा अनुभव के आदान-प्रदान
6. फीड बैक/प्रश्नोत्तरी/खुला मंच

# बैठक में अपन संग गमछा, कापी-पेन राखना अनिवार्य हे
# चंदा बुक ल साथ में लेके आना जरुरी हे, चाहे पूरा कटे/आधा कटे/फ्रेश जईसे भी हो बुक मन ल जमा करना हे 

आरो करोईया
प्रदेश महामंत्री
छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना

CG हाईकोर्ट ने खारिज की हसदेव पर ग्रामीणों की याचिका ; पर सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र व राज्यों को भेजा नोटिस ; पढ़ें पूरी खबर

छत्तीसगढ़ में हसदेव अरण्य जंगल को खनन परियोजनाओं से बचाने के लिए ग्रामीणों की कानूनी लड़ाई को झटका लगा है। छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने बुधवार को भूमि अधिग्रहण को चुनौती देने वाली ग्रामीणों की याचिका को खारिज कर दिया है। वहीं सुप्रीम कोर्ट ने इससे ही जुड़े एक मामले में केंद्र सरकार, राज्य सरकार, राजस्थान विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड और परसा केते कॉलरीज को नोटिस जारी किया है। इनसे चार सप्ताह में जवाब मांगा गया है।

अधिवक्ता सुदीप श्रीवास्तव ने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की है। वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण ने बुधवार को इस मामले में पैरवी की। उन्होंने अदालत को बताया, हसदेव अरण्य जंगल नो गो एरिया घोषित था। इसमें परसा ईस्ट केते बासन खदान को दी गई अनुमति को नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने 2014 में ही रद्द कर दिया था। ट्रिब्यूनल ने भारतीय वन्यजीव संस्थान और इंडियन काउंसिल आफ फारेस्ट्री रिसर्च से इस क्षेत्र में खनन के प्रभावों का विस्तृत अध्ययन करने को भी कहा था। केन्द्र ने ऐसा अध्ययन कराए बिना ही अन्य खदानों को परमिशन देना जारी रखा।

हसदेव बचाय बर राष्ट्रपति जी ल cks के ज्ञापन

#save_hasdeo_save_forest  हसदेव  अरण्य ल बचाय् बर छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना रईपुर सौपिस राष्ट्रपति-प्रधानमंत्री, राज्यपाल ल ज्ञापन।
छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना  द्वारा छत्तीसगढ़ के हृदय हसदेव अरण्य (जंगल) ल बचाय खातिर- मार्मिक अपील सह चेतावनी कलेक्टर ल महामहिम राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन अल्टीमेटम के रूप म सौपे गिस । जेमा रैपुर  जिला के जम्मो सेनानी उपस्थिति रिहिन।

#हसदेवबचायबरराष्ट्रपतिजील_cksके_ज्ञापन 
#SaveHasdeoForest 
#saveforestsavelife
जल+जंगल+जमीन = जीवन

#जोहार_छत्तीसगढ़ #CKS
#छत्तीसगढ़ीयाक्रान्तिसेना
 #जिला_रईपुर
#छत्तीसगढ़ियामहिलाक्रान्ति_सेना 
#छत्तीसगढ़ियाकिसानक्रान्ति_सेना
#छत्तीसगढ़ियायुवाक्रान्ति_सेना
#छत्तीसगढ़ियाछात्रक्रान्ति_सेना

जरूरी सूचना हसदेव बचावव

जरूरी सूचना

जिला :- रईपुर
छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना

"हसदेव बचावव"

दिन :- मंगल
तिथि :- 10/05/2022
बेरा :- मंझनिया 12 बजे
ठउर :- रईपुर कलेक्ट्रेट(कलेक्टर आफिस)

10 मई दिन मंगलवार के 12:00 बजे प्रत्येक जिला अध्यक्ष / जिला पदाधिकारी मन अपन अपन जिला कलेक्टर ल जनबल के साथ एक ही दिन एक ही बेरा म "हसदेव बचावव" राष्ट्रपति के नाम पत्र ल अल्टिमेटम के रुप म सौंपही ।

उही कड़ी म रईपुर जिला के पदाधिकारी अउ सेनानी मन अपन जिला कलेक्टर म 10 मई के अल्टीमेटम के रूप में राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंप ही, जिला के सबो सेनानी अउ पदाधिकारी मन ल 11:30 बजे क्लेक्टर परिसर में पहुंचना हे


धीरेन्द्र साहू :- मो.7999819323
जिला अध्यक्ष
छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना,रईपुर

सूचनार्थ

18 अप्रेल 2022 बूढ़ादेव यात्रा रायपुर शहर रूट ।।
प्रदेश स्तरीय सभी रथों का रूट
■ हिंदी स्पोर्टिंग लाखे नगर चौक ईदगाह भाठा आमापारा (18 तारीख बिहनिया 9 बंजे सकलाना)
◆ आजाद चौक
◆ जयस्तंभ चौक
◆ मालवीय रोड
◆ कोतवाली चौक
◆ सदर बाजार
◆ सत्ती पारा चौक
◆ कंकाली तरिया
◆ पुरानी बस्ती थाना
◆ बूढ़ापारा चौक
◆ आउटडोर स्टेडियम
सभा बूढ़ादेव पूजा, महतारी पूजा , माटी पूजा सभा उपरांत बूढ़ातालाब में पूजा एवम चौरा निर्माण।

आपात बइठका !!!

छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना रइपुर शहर अउ ग्रामीण जिला के आपात बैठक आज संझा 6 बजे बुढ़ादेव यात्रा कार्यक्रम स्थल (आउटडोर स्टेडियम) म रखे गे हे, जेमा आप सब जिम्मेदार पदाधिकारी अउ सेनानी मन के उपस्थिति अनिवार्य हे। 


15 अप्रैल 2022, सुकवार
संझा 6 बजे ले 
आउटडोर स्टेडियम, बूढ़ा तरिया पार, रइपुर (छ.ग.)

- प्रदेश अध्यक्ष 
छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना


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